क्यूआर कोड से मिलेगी पेड़ों के उपयोग और महत्व की जानकारी
चूरू जिला प्रशासन व वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिले में वन क्षेत्रा के संरक्षण और वृक्षों के प्रकृति, उपयोग व पास्थितिकी की जानकारी देने के लिए पेड़ों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं। जिले में 01 जुलाई, 2024 से शुरू की गई अभूतपूर्व पहल से आमजन को प्रकृति व प्राकृतिक पहलुओं में काफी उपयोगी साबित हो रही है।
चूरू जिले में शुरू इस पहल का मुख्य उद्देश्य पेड़ों के महत्व व उपयोग की जानकारी देते हुए आमजन को जागरूक कर वन संरक्षण को बढ़ावा देना है। जिला मुख्यालय स्थित नेचर पार्क में पेड़ों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं। क्यूआर कोड को स्कैन करने पर आम जनता को उस पेड़ के महत्व, उसके उपयोग आदि के बारे में जानकारी मिलेगी। पेड़ों पर उसके सामान्य और वानस्पतिक नाम का बोर्ड भी लगाया गया है। भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए व वानिकी गतिविधियों में उपयोग के लिए वर्षा ऋतु के दौरान नेचर पार्क रोड पर प्राकृतिक स्रोत में पानी भरा जा रहा है। जिले में चयनित प्रजाति के रूप में फोग को बढ़ावा देने के लिए नेचर पार्क में फोग के महत्व के बारे में जानकारी देने के लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया है।
वनस्पति नाम बोर्ड व क्यूआर कोड को स्कैन करने पर आमजन को उस वृक्ष के महत्व, उसके उपयोग आदि के बारे में जानकारी मिलेगी। इसी के साथ भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक स्रोतों में संरक्षित जल का वानिकी गतिविधियों में उपयोग से भी आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
इसी प्रकार राजस्थानी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए जन सहयोग से नेचर पार्क में ग्रामीण परिवेश एवं प्राचीन धरोहर की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिससे आमजन में राजस्थानी संस्कृति का प्रचार-प्रसार हो सके। इसी क्रम में वनोपज एवं उत्पादों के विक्रय के लिए एम्पोरियम एवं मार्केटिंग हब विकसित करने के लिए पार्क में गजीबन हट्स का निर्माण किया जा रहा है।

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